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अब इस वजह से एक और भारतीय एयरलाइन्स के कटे पंख

Gwalior: बिजी बी एयरवेज ने स्पाइसजेट के साथ मिलकर गो एयर को खरीदने की इच्छा जताई थी। लेकिन, एयरलाइन को पहले दिल्ली हाई कोर्ट से झटका लगा और अब ये दूसरी बुरी खबर आई है. कर्ज के कारण बंद हुई एयरलाइन गो एयर के सामने एक और बड़ा संकट खड़ा हो गया है। गो एयर को खरीदने की चाहत रखने वाले बड़े निवेशक निशांत पिट्टी अब इस डील से पीछे हट गए हैं। ट्रैवल पोर्टल EaseMyTrip के सीईओ निशांत पिट्टी ने कहा है कि काफी सोच-विचार के बाद उन्होंने इस डील से हटने का फैसला किया है.

निशांत पिट्टी के मालिकाना हक़ वाली बिजी बी एयरवेज ने स्पाइसजेट के प्रमुख अजय सिंह के साथ मिलकर गो एयर को खरीदने का प्रस्ताव दिया था। तीन महीने पहले फरवरी में आए इस प्रस्ताव के बाद ऐसा लग रहा था कि गो एयर एक बार फिर आसमान में उड़ान भरती नजर आएगी. लेकिन, निशांत पिट्टी के ताजा फैसले से एयरलाइन को बड़ा झटका लगा है. इसके साथ ही दिवालियापन की प्रक्रिया से जूझ रही गो एयर के लिए संकट से उबरने का एक और रास्ता बंद हो गया है.निशांत पिट्टी के मालिकाना हक़ वाली बिजी बी एयरवेज ने स्पाइसजेट के प्रमुख अजय सिंह के साथ मिलकर गो एयर को खरीदने का प्रस्ताव दिया था। तीन महीने पहले फरवरी में आए इस प्रस्ताव के बाद ऐसा लग रहा था कि गो एयर एक बार फिर आसमान में उड़ान भरती नजर आएगी. लेकिन, निशांत पिट्टी के ताजा फैसले से एयरलाइन को बड़ा झटका लगा है. इसके साथ ही दिवालियापन की प्रक्रिया से जूझ रही गो एयर के लिए संकट से उबरने का एक और रास्ता बंद हो गया है.

कुछ दिन पहले दिल्ली हाई कोर्ट के एक फैसले के कारण गो फर्स्ट को अपने 54 विमान गंवाने पड़े. कोर्ट ने लीजिंग कंपनी को ये विमान लेने की इजाजत दे दी थी. कोर्ट के आदेश के बाद ही निशांत पिट्टी ने इस फैसले का संकेत दे दिया था. उन्होंने कहा था कि वह अपने प्रस्ताव पर दोबारा विचार करेंगे.

फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि अजय सिंह अब क्या करने वाले हैं. इस डील में अपने अहम पार्टनर को खोने के बाद यह मुश्किल लग रहा है कि वह इस डील को लेकर आगे कदम उठाएंगे. ईज माई ट्रिप ने शुक्रवार को अपने तिमाही नतीजे जारी किये थे. इनमें कंपनी को 15.07 करोड़ रुपये का घाटा हुआ. दूसरी ओर, नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने समाधान खोजने के लिए गो फर्स्ट को 3 जून तक का समय दिया है।

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