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सोने की कीमतों में गिरावट से बिक्री में उछाल: सिर्फ एक सप्ताह में हुआ इतने करोड़ का व्यापार

सोने की कीमतों में गिरावट से बिक्री में उछाल: सिर्फ एक सप्ताह में हुआ इतने करोड़ का व्यापार

सोना कितना सोणा है इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पिछले सप्ताहभर में निवेशको की संख्या में 10 गुना इजाफा हुआ है। सुरक्षित निवेश और 6 साल में दोगुने से ज्यादा के रिटर्न को देखते हुए 50 हजार से ज्यादा लोगों ने 500 करोड़ रुपए से ज्यादा का सोना खरीद डाला है। 

केंद्रीय बजट में सोने पर आयात शुल्क कम होने के बाद से सोने की खरीदी करने वालों की संख्या बढ़ी है, जहां 2018 में प्रति 10 ग्राम की कीमत 31438 रुपए थी। वहीं जुलाई 2024 में फिलहाल जीएसटी सहित 10 ग्राम सोने की कीमत 71500 रुपए हो गई है।

सबसे सुरक्षित और आसान निवेश के साथ ही खरीद-फरोख्त में किसी भी तरह की परेशानी नहीं होने के कारण लगातार खरीदी बढ़ रही है। सराफा कारोबारियों का कहना है कि शेयर में लगातार उतार-चढ़ाव, और प्रापर्टी में इंडेक्स लगाने के कारण रिस्क बढ़ गया है। लेकिन, सोने की खरीदी और बेचने में किसी भी तरह का समस्या नहीं आती है।

खरीदी करते समय 3 फीसदी जीएसटी और बेचते समय इतनी ही कटौती होती है। वहीं आपात स्थिति और जरूरत के समय कहीं पर भी इसे रखकर नकदी मिल सकती है। बता दें कि इस साल बजट में सोने और चांदी पर लगने वाली कस्टम ड्यूटी 15 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी कर दी गई है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की घोषणा के बाद सोना-चांदी की कीमतों में 4000 से 8000 रुपए तक कमी हुई है।

भारत सांस्कृतिक परंपराओं से समृद्ध देश होने के साथ ही त्योहारों और शादियों के दौरान सोने का बहुत महत्व है। दिवाली, धनतेरस, अक्षय तृतीया और विवाह के जैसे शुभ अवसरों के दौरान सोने की मांग बढ़ जाती है। 

इस दौरान डिमांड बढ़ने के कारण इसकी कीमतो में इजाफा होता है। हालांकि अंतर्रराष्ट्रीय स्तर पर होने वाली वैश्विक घटनाएं और बाजार की स्थितियां भी भूमिका निभाती हैं। बता दें कि सोना को शुभ मानने के कारण इसकी प्रत्येक व्यक्ति अपने जरूरत के अनुसार इसकी खरीदी करता है।

सोने की लगातार बढ़ रही कीमतों को देखते हुए सामान्य नागरिकों को उपलब्ध कराने विभिन्न योजनाएं सराफा कारोबारियों द्वारा चलाई जा रही है। स्कीम के तहत किस्तों में वर्तमान बाजार मूल्य पर बुक कराने पर प्रतिमाह निर्धारित 11 किस्त देकर 12 वे महीने में ज्वेलरी ले जा सकते हैं। 

इससे महंगी बेशकीमती धातु की आसानी से खरीदी कर सकते है। इसकी कीमतें बढ़ने के बाद भी अतिरिक्त राशि और ब्याज का भुगतान नहीं करना पड़ता। इससे खरीदार को अतिरिक्त भार नहीं पड़ने और बेचते समय वर्तमान बाजार मूल्य में आभूषण मिलता है।

सोना के खरीदी के साथ ही लोग अब गोल्ड गोल्ड म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं। वित्तीय सलाहकार अमर सिंह पंडेल ने बताया कि सोना की लगातार बढ़ रही कीमतों को देखते हुए इसमें निवेश कर रहे है। 

सुरक्षित होने और यूनिट की खरीदी और बेचने की सुविधा को देखते हुए लोगों की रुचि बढ़ी है। वहीं स्वर्ण म्यूचुअल फंड का प्रबंधन पेशेवर फंड प्रबंधकों द्वारा किया जाता है, जो सोने के बाजार पर नजर रखते हैं और निवेश संबंधी निर्णय लेते हैं।

किस साल में कितना बढ़ा सोने का दाम –  

प्रति 10 ग्राम (स्टैंडर्ड) कीमत

  • 2018 – 31438 रु.
  • 2019 – 35220
  • 2020 – 48651
  • 2021 – 48720
  • 2022 – 49390
  • 2023 – 65350
  • 2024 – 71500 (जीएसटी सहित 28 जुलाई की कीमत)

निवेशकों की संख्या बढ़ीरायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश भंसाली ने बताया – सोना बिना किसी जोखिम के सुरक्षित निवेश के साथ ही प्राॅपर्टी और शेयर के मुकाबले ज्यादा रिटर्न देता है। वहीं जरूरत के समय गिरवी रखकर और बेचकर तत्काल पैसा लिया जा सकता है।