रावण ने मृत्यु से पहले श्रीराम को सिखाए जीवन के 3 मूल्यवान सबक

रावण

श्री राम और रावण के बीच हुए अंतिम युद्ध के बाद रावण जब मृत्युशैया पर पड़ा होता है तब भगवान राम ने, लक्ष्मण को समस्त वेदों के ज्ञाता, महापंडित रावण से राजनीति और शक्ति का ज्ञान प्राप्त करने को कहते हैं।श्री राम के आदेशानुसार, लक्ष्मण रावण के समीप जाकर उसके सर कि तरफ खड़े हो […]

सम्राट हेमू – मुगल साम्राज्य को झकझोरने वाला भारत का आखिरी हिंदू बादशाह

सम्राट हेमू

सम्राट हेमू राजस्थान के अलवर जिले के रहने वाले थे । उनका जन्म 1501 में हुआ, उनके परिवार में किराने का काम होता था। वो बचपन से ही बहादुर और बुद्धिमान थे, उन्होंने शेरशाह सूरी के बेटे इस्लाम शाह का ध्यान अपनी तरफ़ खींचा और बहुत ही जल्द वो बादशाह के विश्वासपात्र भी बन गए, […]

किंगमेकर के. कामराज – मुफ्त भोजन और शिक्षा के अग्रदूत

दोस्तों, आज की पीढ़ी भले ही दक्षिण भारत के दिग्गज नेता “के. कामराज” जी को भूल चुकी हो लेकिन वर्तमान में देशभर में चल रही मिड-डे-मील और निःशुल्क शिक्षा की नींव रखने का श्रेय उन्हें ही जाता है | इनको भारतीय राजनीति में कई कारणों से याद किया जाता है | वे एक ऐसे नेता […]

बलराम का महाभारत युद्ध से किनारा – एक अनकही कहानी

बलराम

बलराम बचपन से ही युद्ध कला में प्रशिक्षित एक प्रचंड योद्धा थे। वह शस्त्र चलाने में निपुण थे और उनकी शारीरिक शक्ति अद्वितीय थी। महाभारत में शायद ही कोई ऐसा योद्धा था जो उनके युद्ध कौशल का सामना कर सकता था। पर अपने कौशल के बावजूद उन्होंने महाभारत के युद्ध में भाग न लेने का […]

अशफाकउल्ला खान – आजादी के लिए बलिदान देने वाला एक अनसुना नायक

अशफाकउल्ला खान

“जाऊंगा खाली हाथ मगर ये दर्द साथ ही जायेगा, जाने किस दिन हिन्दोस्तान आज़ाद वतन कहलायेगा? बिस्मिल हिन्दू हैं कहते हैं “फिर आऊंगा, फिर आऊंगा,फिर आकर के ऐ भारत मां तुझको आज़ाद कराऊंगा”। जी करता है मैं भी कह दूँ पर मजहब से बंध जाता हूँ, मैं मुसलमान हूं पुनर्जन्म की बात नहीं कर पाता […]

नोबेल पुरस्कार विजेता रवीन्द्रनाथ टैगोर – पूर्वी और पश्चिमी संस्कृति को जोड़ने वाले सेतु

रवीन्द्रनाथ टैगोर

7 मई 1861 को कोलकाता के एक ब्राह्मण परिवार में, भारत में एक महान रचनाकार ने प्रसिद्धसमाजसेवी देवेन्द्रनाथ टैगोर के घर जन्म लिया और इनका नाम रखा गया रवीन्द्रनाथ टैगोर | एक बुद्धिजीवी परिवार में परवरिश के कारण, बचपन से ही उनकी रूचि, कविताओं और उपन्यासों के प्रति बढ़ने लगी थी जिसका प्रमाण हमें उनके […]

The Unbreakable Friendship of Veer Singh Bundela and Emperor Jahangir

veer singh bundela and jahangir

The Unbreakable Bond of Veer Singh Bundela and Emperor Jahangir In the illustrious era of the Mughals, the visionary Emperor Akbar expanded his empire beyond the formidable Narmada River, conquering the Deccan region. However, Bundelkhand remained a stronghold governed by the valiant Bundelas. Veer Singh Bundela, the son of Maharaja Madhukar Shah, held dominion over […]