पेटकर ने वर्षों की मेहनत और देश के लिए किए गए योगदान के बावजूद सराहना की कमी का सामना किया। उन्होंने विभिन्न स्तरों पर देश का प्रतिनिधित्व किया और हर भारतीय को गौरवान्वित किया। इसका परिणाम स्वरूप, उन्हें 2018 में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।